– दशकों पुरानी है मेले की परंपरा, देवी- देवताओं का होता है मेले में समागम।
कोंडागाँव- जिला मुख्यालय में होने वाले पारंपरिक वार्षिक मेले की शुरुआत 4 मार्च मंगलवार से होनी है। जिसे लेकर माता शीतला मंदिर समिति व मेला समिति से जुड़े लोग पारंपरिक तौर पर रविवार को साप्ताहिक बाजार में पारंपरिक गाजे- बाजे के साथ घूमघूमकर बाजार आए लोगों को मेंले आने का निमंत्रण आम की टहनी दिखाकर देते रहे। ज्ञात हो कि, नगर का यह मेला दशकों से चली आ रही है। जिसकी अपनी ऐतिहासिक और पारंपरिक मान्यताएं भी हैं।