नेशनल लोक अदालत के आयोजन को लेकर अधिवक्ताओं के साथ हुई बैठक
कोंडागाँव- स्थानीय जिला न्याय सदन में नेशनल लोक अदालत के आयोजन के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक उत्तरा कुमार कश्यप प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोण्डागांव की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में नेशनल लोक अदालत के महत्व और इसके द्वारा समाधान प्राप्त करने के लाभों पर चर्चा की गई।
जिला न्यायाधीश ने कहा कि लोक अदालत का उददेश्य लोगों को सस्ती और त्वरित न्याय सेवा प्रदान करना है। इसके माध्यम से लंबित मामलों का समाधान अधिक प्रभावी और तेजी से किया जा सकता है। उन्होंनंे अधिवक्ताओं से कहा कि वे इस अभियान को सफल बनाने में अपना सक्रिय योगदान दें और अधिक से अधिक मामलों को लोक अदालत में प्रस्तुत करने की पहल करें। बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि, नेशनल लोक अदालत में सभी अधिवक्ताओं को अपने मामलें समय से पहले तैयार करके लोक अदालत में प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया गया। जिला न्यायाधीश ने बताया कि, इस अवसर पर पारिवारिक विवाद, मोटर दुर्घटना दावा, धारा 138 लिखत पराक्राम्य अधिनियम के तहत लंबित चेक बाउंस से संबंधित मामलों को आगामी नेशनल लोक अदालत में अधिक से अधिक संख्या में आपसी राजीनामा के आधार पर निराकृत किये जाने के संबंध चर्चा की गई।इस अवसर पर कमलेश कुमार जुर्री जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश एफ.टी.एस.सी पाक्सों, विक्रम प्रताप चन्द्रा जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, यशोदा नाग जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश एफटीसी, मनीषा ठाकुर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, शिव प्रकाश त्रिपाठी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी,. गायत्री साय सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोण्डागांव एवं जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष दीपक ठाकुर तथा समस्त अधिवक्तागण उपस्थित रहें।