– आखिर इस ओर अब तक ध्यान क्यों नहीं दिया गया इस पर भी जांच होनी चाहिए।
कोंडागाँव- जिले में संचालित हो रहे अवैध रूप से निजी स्कूलों के छात्रावास को लेकर पत्रिका ने शनिवार के अंक में प्रमुखता से खबर का प्रकाशन किया था। खबर प्रकाशन होने के बाद शिक्षा विभाग ने इस मामले की जांच करवाने की बात कही है। ज्ञात हो कि, जिले में कई ऐसे निजी शिक्षण संस्थाएं हैं जो बिना अनुमति के ही छात्रावास का संचालन पालकों से मोटी रकम लेकर करते आ रहे हैं। संस्थान द्वारा ना तो इसकी सूचना शिक्षा विभाग को दी गई है और ना ही इसकी अनुमति ली गई है यानी संस्थान के द्वारा नियमों का उल्लंघन करते हुए मनमानी की जा रही है। इसी तरह शिक्षण संस्थानों में स्कूल बसों में भी कई तरह की खामियां आसानी से देखी जा सकती हैं। बच्चों को ठूस-ठूसकर बैठाया जा रहा है, वहीं कुछ शिक्षण संस्थानों के स्कूल वाहनों में तो नियम अनुसार सुरक्षा के व्यवस्था ही नहीं है जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता। या हम नहीं बल्कि आरटीओ हुआ यातायात विभाग की टीम का रही है, क्योंकि पिछले दिनों हुए जांच के दौरान यह मामला सामने भी आ चुका है। वहीं जहां दल ने आवश्यक सुधार करने के निर्देश शिक्षण संस्थानों को दिए थे।